Friday, May 3, 2019

योग्य अवसरों को खोज पाने में असमर्थ युवा




वर्तमान समय में सम्पूर्ण मानव व्यवस्था नित नई चुनौतियों का सामना कर रही है। इस समय समूचे देश में सामाजिक चेतना की लहर व्याप्त है । यह लहर एक बड़े सामाजिक बदलाव की ओर इशारा करती है। इस दृष्टि से एक स्वस्थ एवं जागरूक समाज के निर्माण मे उच्च शिक्षा की भूमिका अहम हो जाती है। आज व्यावसायिक शिक्षा गरीब एवं निम्न मध्यवर्गीय परिवारों से लगातार दूर होता जा रहा है। सरकारी व्यवसायिक शिक्षा संस्थानो की संख्या में बृद्धि न होना एवं गैर-सरकारी शिक्षण संस्थानो को केंद्र एवं राज्य सरकारों सरकारों द्वारा प्रोत्साहित किया जाना  निश्चित रूप से सामाजिक विषमता को जन्म देता है। आर्थिक रूप से कमजोर युवा ऐसे संस्थानो की फीस चुकाने मे असमर्थ होते है। 

 अगर ऐसे ही वंचित वर्ग के अकुशल युवाओं की संख्या में वृद्धि होती रही जो अपने लिए योग्य अवसरों को खोज पाने में असमर्थ हो तो यह किसी बड़े सामाजिक बदलाव की ओर इशारा करता है।
राहुल पटेल

No comments: